आज ना रोकना मुझको, तेरे रंगो में, मुझे रंग जाने दे ।
मेरे रंगो में रंग जाय़े जो तूं,
तेरे रंगो में मुझ रंग जाने दे ।
लगा कर रंग होली के, दिल की उमगों को आज रंग जानें दे ।
आज ना रोकना मुझको, तेरे रंगो में मुझे रंग जाने दे ।
रंग होली के, तेरी खुशबू में, घुल जाने दे ।
घुल कर इऩ रंगो को, दिलो को रंग जाने दे ।
आज ना रोकना मुझको, तेरे रंगो में,
मुझे रंग जाने दे ।
बेरंगी ख्वाबो को लेकर, आऐ तेरे शहर में हम ,
इऩ ख्वाबो को, तेरे शहर के रंगो में, रंग जाने दे ।
आज ना रोकना मुझको, तेरे रंगो में,
मुझे रंग जाने दे ।
छू कर तेरे बदन को, रंगो को दिल में तेरे रंग जाने दे ।
तूं भी झुम मस्ती में, रंगो को भी मस्ती में, रंग जाने दे ।
आज ना रोकना मुझको, तेरे रंगो में,
मुझे रंग जाने दे ।
(Source : Via e-mail)
KEEP IT UP.WHAT A WRITING,I MEAN POEM!
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